कलयुग में करूं पुकार यही, प्रदूषित न करो यदा कदा। कलयुग में करूं पुकार यही, प्रदूषित न करो यदा कदा।
मेरे दिल से बस एक ही आवाज आती है भारत तुझे सलाम, भारत तुझे सलाम। मेरे दिल से बस एक ही आवाज आती है भारत तुझे सलाम, भारत तुझे सलाम।
तेरे सी बन सब में बंट न पाऊँगी राधा सी बन केवल तेरा बन कर ही मिट जाना है। तेरे सी बन सब में बंट न पाऊँगी राधा सी बन केवल तेरा बन कर ही मिट जाना है।
बाती से निकली वो ज्योति तुम ही हो, मैं गंगा की धारा हूँ संगम तुम ही हो। बाती से निकली वो ज्योति तुम ही हो, मैं गंगा की धारा हूँ संगम तुम ही हो।
सब के सब तब प्रसन्नता से चले अपने अपने स्थान पर। सब के सब तब प्रसन्नता से चले अपने अपने स्थान पर।
मां समाज में ईश्वर की अनुपम सौगात है मां ही वेद है मां पुराण है। मां समाज में ईश्वर की अनुपम सौगात है मां ही वेद है मां पुराण है।